Monday, May 13, 2024

Three level architecture of data structure डाटा स्ट्रक्चर के तीन स्तर

 

On the basis of functioning, data structure is divided into following three levels -
कार्यप्रणाली के आधार पर डाटा स्ट्रक्चर को तीन स्तरों में बांटा गया है- 

1.) User/view/external level:- On this level, various views (output screens) are prepared for various users,who wants to use data of data structure. It means, here interface is provided to user for giving input and obtaining output. On this level, only essential details are displayed and other details are hidden in background. This is called data abstraction.This level is responsible for designing attractive views is useful for communication between user and data structure. 
इस लेवल पर विभिन्न यूजर के लिए , अलग-अलग व्यू तैयार किये जाते है। जो डाटा स्ट्रक्चर के डाटा का उपयोग  करते है अर्थात यहाँ यूजर को इनपुट देने और आउटपुट देखने के लिए इंटरफ़ेस प्रदान किया जाता है। इस लेवल पर केवल आवश्यक जानकारी दिखाई जाती है एवं अन्य जानकारी को बैकग्राउंड में छुपा कर रखा जाता है। इसे डाटा एबस्ट्रेक्शन कहा जाता है। यह लेवल आकर्षक व्यू तैयार करने के लिए जिम्मेदार होता है, जो यूजर एवं डाटा स्ट्रक्चर के मध्य संवाद के लिए उपयोगी होती है।   

2.) Logical/conceptual/abstract level:- On this level, designs and various related functions of data structure are defined by programmer. It means, user's data and their relationship are displayed in form of programs on logical level. This level is responsible for designing of objects like tables, index, procedure, cursor, sequence, trigger etc of data structure.
इस लेवल पर, प्रोग्रामर द्वारा डाटा स्ट्रक्चर से सम्बंधित फंक्शन एवं डिजाईन तैयार किये जाते है अर्थात यूजर डाटा एवं संबंधो को व्यक्त करने के लिए लॉजिकल लेवल पर प्रोग्राम तैयार किया जाता है। यह लेवल डाटा स्ट्रक्चर के ऑब्जेक्ट्स जैसे टेबल, इंडेक्स, प्रोसीजर, कर्सर, सीक्वेंस, ट्रिगर इत्यादि तैयार करने के लिए जिम्मेदार होता है।

3.) Physical/machine/internal level:- On this level, Internal processing and physical structure of data structure are prepared. It means, physical level provides information about type of data structure, where data structure stored(container), what is the type of read-write method etc. Physical level is responsible for providing access methods to access and store data in data structure.
इस लेवल पर, डाटा स्ट्रक्चर की आतंरिक प्रोसेसिंग एवं फिजिकल स्ट्रक्चर तैयार किया जाता है। फिजिकल लेवल कई प्रकार की जानकारी जैसे डाटा स्ट्रक्चर का प्रकार क्या होगा ?, डाटा स्ट्रक्चर को कहा स्टोर किया जायेगा?  (कंटेनर), रीड-राईट मेथड कौन सी होगी?, इत्यादि प्रदान करता है। यह लेवल डाटा स्ट्रक्चर के डाटा को एक्सेस एवं स्टोर करने से सम्बंधित एक्सेसींग मेथड प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होता है।

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